बदसूरत होना गुनाह नहीं है पर बंदर जैसी शक्ल लेकर वाहियात पोज़ के साथ फेसबुक पर फोटो डाल 50 लोगों को टैग करना आतंकवाद है।
नया जमाना आ गया है, लड़कियां कपड़ों के शो रूम में जाती हैं। Dress पसंद करती हैं, Changing Room में जाकर पहनती हैं, वहीँ से सेल्फ़ी खींचकर फेसबुक पर अपलोड करती हैं, Dress वापिस उतारती हैं, "पसंद नहीं आई" कह कर चलती बनती हैं। और सारा दिन उनकी उसी सेल्फ़ी पर कमेंट आ रहे होते हैं, "Wow dear nice dress" और बदले में जवाब होता है - "Thank you यह dress मेरी बुआ ने London से भेजीं हैं।
ज्यादातर लड़कों को गर्लफ्रेंड बनाने के बाद ही पता चलता है कि... 100/- रुपए से उपर की भी चॉक्लेट आती हैं।
बड़ा वो नहीं होता जिसका ज्यादा बड़ा पद हो या जो धनवान हो या जिसके पास ज्यादा प्रॉपर्टी हो या जिसके पास ज्यादा कार हो या जिसके पास अधिक सोना हो या जिसकी ज्यादा गर्लफ्रेंड हों या जो खाने में 56 भोग खाता हो या जो हमेशा प्लेन से यात्रा करता हो बड़ा वो है जो... . . . . . . . . . सांभर के साथ खाया जाता है।
कंजूस लड़की दुकानदार से: ऐसा साबुन दो जो कम घिसे और नहाने के बाद चेहरे पे लाली लाये। दुकानदार नौकर से: मैडम को एक ईंट का टुकड़ा दे दो।