निकलते हैं तेरे आशियाँ के आगे से SHARE FacebookTwitter निकलते हैं तेरे आशियाँ के आगे सेसोचते हैं की तेरा दीदार हो जायेगाखिड़की से तेरी सूरत न सही तेरा साया तो नजर आएगा SHARE FacebookTwitter
तेरे हाथ की काश मैं वो लकीर बन जाऊं; काश मैं तेरा मुक़द्दर तेरी तक़दीर बन जाऊं; मैं तुम्हें इतना चाहूँ कि तुम भूल जाओ हर रिश्ता; सिर्फ मैं ही तुम्हारे हर रिश्ते की तस्वीर बन जाऊं; तु.......Read Full Shayari