छुप-छुप कर तन्हा रो लूंगा SHARE FacebookTwitter छुप-छुप कर तन्हा रो लूंगाअब दिल का दर्द किसी से ना बोलूंगानींद तो आती नहीं रातों को मुझेजब रुकेगी धड़कन तो जी भर के सो लूंगा SHARE FacebookTwitter
तेरे हाथ की काश मैं वो लकीर बन जाऊं; काश मैं तेरा मुक़द्दर तेरी तक़दीर बन जाऊं; मैं तुम्हें इतना चाहूँ कि तुम भूल जाओ हर रिश्ता; सिर्फ मैं ही तुम्हारे हर रिश्ते की तस्वीर बन जाऊं; तु.......Read Full Shayari