बेताब तमन्नाओं की कसक रहने दो SHARE FacebookTwitter बेताब तमन्नाओं की कसक रहने दोमंज़िल को पाने की ललक रहने दोआप भले रहो नज़रों से दूरपर मेरी बंद आँखों में आपकी एक झलक रहने दो SHARE FacebookTwitter
तेरे हाथ की काश मैं वो लकीर बन जाऊं; काश मैं तेरा मुक़द्दर तेरी तक़दीर बन जाऊं; मैं तुम्हें इतना चाहूँ कि तुम भूल जाओ हर रिश्ता; सिर्फ मैं ही तुम्हारे हर रिश्ते की तस्वीर बन जाऊं; तु.......Read Full Shayari