हर एक मजार पर उदासी छाई है

SHARE

हर एक मजार पर उदासी छाई है
चाँद की रौशनी में भी कमी आई है
अकेले अच्छे थे हम अपने आशियाने में
जाने क्यों टूटकर आज फिर आपकी याद आई है

This is a great उदासी शायरी फेसबुक. If you like उदासी पर शायरी then you will love this. Many people like it for मजार पर शायरी. Share it to spread the love.

SHARE