तलब उठती है बार-बार तेरे दीदार की

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तलब उठती है बार-बार तेरे दीदार की
ना जाने देखते-देखते कब तुम लत बन गये

This is a great तेरे आंसू शायरी. If you like दीदार ए यार शायरी then you will love this. Many people like it for तेरे ख्वाब शायरी. Share it to spread the love.

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