एक अजनबी से बात क्या हुई क़यामत हो गयीसारे शहर को इस चाहत की खबर हो गयी;क्यूँ ना दोष दू इस दिल-ऐ-नादाँ को;दोस्ती का इरादा था और मोहब्बत हो गयी
This is a great क्या कहु शायरी. If you like क्या खूब शायरी then you will love this. Many people like it for क्या बात है शायरी. Share it to spread the love.