कुछ बिखरे सपने और आँखों में नमी है SHARE FacebookTwitter कुछ बिखरे सपने और आँखों में नमी हैएक छोटा सा आसमान और उमीदों की ज़मीं हैयूँ तो बहुत कुछ है ज़िंदगी मेंबस जिसे चाहते हैं उसी की कमी है SHARE FacebookTwitter