दर्द अपना हो

SHARE

दर्द अपना ह
दर्द अपना हो या पराया
सबमें बसा है तेरा साया
खुशियों का घर कहीं न देखा
मंदिर-मस्जिद तक हो आया
जबसे रूह की आहट पाई
हर कोई लगने लगा पराया
अब तक थे हम ठहरे पानी
तुमने हमको दरिया बनाया

This is a great दर्द शायरी 2 लाइन. If you like दर्द शायरी 2016 then you will love this. Many people like it for दर्द शायरी इमेज. Share it to spread the love.

SHARE