ज़िन्दगी लम्बी है दोस्त बनाते रहोदिल मिले नी मिले हाथ मिलाते रहोताज महल बनाना तो बहुत महंगा पडेगा;इसीलिए हर गली में मुमताज़ बनाते रहो
This is a great ज़िन्दगी और मौत शायरी. If you like दोस्त शायरी facebook then you will love this. Many people like it for लम्बी हिन्दी शायरी. Share it to spread the love.