अब तो यह चांदनी भी हमें जलाती है SHARE FacebookTwitter अब तो यह चांदनी भी हमें जलाती हैभरी महफ़िल में भी तन्हाई हमें सताती हैजब से दूर गए हो तुम हमसेहमारी आँखें हर पल दब-दबाती हैं SHARE FacebookTwitter
अभी कुछ दूरियां तो कुछ फांसले बाकी हैं; पल-पल सिमटती शाम से कुछ रौशनी बाकी है; .......Read Full Shayari
है अगर दूरियां बहुत तो इतना समझ लो; कि पास रह कर भी कोई रिश्ता ख़ास नहीं होता;.......Read Full Shayari