रिश्ता ऐसा हो जिस पर नाज़ हो SHARE FacebookTwitter रिश्ता ऐसा हो जिस पर नाज़ होकल जितना भरोसा था उतना ही आज होरिश्ता सिर्फ़ वो नही जो ग़म या ख़ुशी में साथ देरिश्ते वो हैं जो अपने पन का एहसास दें SHARE FacebookTwitter