तो इंदिरा गांधी के सिर्फ दो नहीं बल्कि तीन बेटे हैं, जिनमे से एक आज भी हमारे बीच…

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बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन की दीवानगी के बारे में हर कोई जनता है बच्चों से लेकर बूढ़े तक हर कोई अमिताभ बच्चन का फेन है. अमिताभ काम को लेकर इतना सीरियस है फिर चाहे उनकी तबियत खराब हो चाहे वो किसी परेशानी में हों वो अपना काम पूरी मेहनत के साथ करते हैं. लेकिन आज हम आपको बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन की ज़िन्दगी का वो सच बतायेगे जिसे पढ़कर शायद आपके पैरों तले ज़मीन खिसक जाए.


यह मामला बॉलीवुड के शंहशाह और पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी के ज़िन्दगी से जुड़ी है. बच्चन और गांधी दोनों परिवारों के सिफ़ारिश किसी से भी नहीं छुपी है. अमिताभ और इंदिरा दोनों की नजदीकियों ने एक ऐसी कहानी को जन्म दे दिया जिसका चारों तरह जिक्र किया गया था. ये तो सब जानते है कि अमिताभ और इंदिरा गांधी के बड़े बेटे राजीव बचपन से काफी अच्छे दोस्त थे. कुछ लोग का यह भी कहना है कि अमिताभ बच्चन इंदिरा गांधी के ही बेटे हैं लेकिन दोनों के बीच के रिश्ते का सच क्या है ये शायद ही भारत में कम ही लोग जानते हैं.


भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने बॉलीवुड स्टार अमिताभ बच्चन के लिए एक सिफ़ारिश खत लिखा था लेकिन खत किस चीज़ की सिफ़ारिश के लिए लिखा था वो कोई भी नहीं जानता. गांधी और बच्चन परिवार से जुड़ी बातों में से एक मामला ये है कि अमिताभ इंदिरा गांधी के पुत्र थे. इंदिरा गांधी की मौत हुए काफी साल हो गये है और अमिताभ खुद अपने उम्र के सातवें दशक में हैं।


अमिताभ और इंदिरा के रिश्ते को लेकर आज भी लोग बड़े मजाक उड़ाते है. अमिताभ को इंदिरा गांधी का पुत्र बताने के पीछे कई तरह तरह की बाते की जाती थी. कहा जाता है कि अमिताभ को बॉलीवुड में काम दिलाने के पीछे इंदिरा गांधी का एहम रोल था. लेकिन आज भी कुछ लोग है जो इस बात पर यकीन नहीं करते है.


सूत्रों की मानें तो, “जब अमिताभ बच्चन कुली के सेट पर घायल हुए थे तो हो इंदिरा गांधी ने ख़ुद से ब्रीच कैंडी अस्पताल के डॉक्टरों और प्रशासन को खास हिदायतें दी थी और कहा था किसी भी क़ीमत पर अमिताभ को कुछ नहीं होना चाहिए”.


इंदिरा गांधी के ही चलते अगले ही दिन विदेश से डॉक्टरों की टीम अमिताभ बच्चन के इलाज के लिए आई थी. हम सबने यह भी देखा था जब इंदिरा गांधी की अंतिम यात्रा में अमिताभ किस तरह उनके पास खड़े जैसे उनकी ही अपनी मां हो इतना ही नहीं वो अंतिम यात्रा के दौरान अमिताभ फूट-फूट कर रो रहे थे.

अमिताभ बच्चन की मां तेजी बच्चन और इंदिरा गांधी में भी काफी गहरी दोस्ती थी. बच्चन परिवार का गांधी परिवार में काफी आना जान था. इंदिरा गांधी हमेशा से हीअमिताभ को अपने बेटे की तरह स्नेह करती थीं।

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