आ छू ले आसमान को SHARE FacebookTwitter आ छू ले आसमान को, ज़मीन की तू आस न कर; हँसते हुए जी ले ये ज़िन्दगी, खुशियों की तू तलाश न कर; ग़मों को कर दे दूर तेरी किस्मत भी बदलेगी; सीख ले तू मुस्कुराना, हारने की तू परवाह न कर।More SHARE FacebookTwitter
हर एक महान सपने की शुरुआत एक स्वप्नद्रष्टा से होती है। हमेशा याद रखिये, आपके अन्दर व.......Read Full Message