जाने कौन सा तराना है ये ज़िन्दगी SHARE FacebookTwitter जाने कौन सा तराना है ये ज़िन्दगी; बिना बात का फ़साना है ये ज़िन्दगी; एक अरस गुज़र गया पत्तों के साथ गिरे हुए; पर आज भी उम्मीद का खज़ाना है ज़िन्दगी! SHARE FacebookTwitter