ऐं दोस्त तेरें तो हजारों रूप हैं

SHARE

ऐं दोस्त तेरें तो हजारों रूप हैं. मै तो समझ नहीं पाया तुझे, बस इतना पता हैं की तू जैसा भी हैं बहुत खूब हैं|

SHARE