ज़माने भर में मिलते हैं आशिक कई SHARE FacebookTwitter ज़माने भर में मिलते हैं आशिक कई; मगर वतन से खूबसूरत कोई सनम नहीं होता; नोटों में भी लिपट कर, सोने में सिमटकर मरे हैं कई; मगर तिरंगे से खूबसूरत कोई कफ़न नहीं होता। स्वतंत्रता दिवस की शुभ कामनायें!More SHARE FacebookTwitter
चलो फिर से वो नजारा याद कर लें, शहीदो के दिल में थी जो ज्वाला वो याद कर लें, जिसमें बहकर आजादी पह.......Read Full Message
आजादी की कभी शाम न होने देंगे, शहीदों की कुर्बानी बदनाम न होने देंगे, बची हो जब तक एक .......Read Full Message