क्या दुआ करूँ मैं मेरे अपनों के लिए SHARE FacebookTwitter क्या दुआ करूँ मैं मेरे अपनों के लिए, ऐ खुदा; बस यही दुआ है कि मेरे अपने कभी किसी दुआ के 'मोहताज़' न हो। शुभ दिन।More SHARE FacebookTwitter
सुबह सुबह ज़िन्दगी कि शुरुआत होती है; किसी अपने से बात हो तो खास होती है; हंस.......Read Full Message