क्या सुनाएँ हम आपको दास्ताँ-ए-गमक्या सुनाएँ हम आपको दास्ताँ-ए-गमअर्ज किया हैक्या सुनाएँ हम आपको दास्ताँ-ए-गमजब से आप मिले हो परेशान हो गए हैं हम!
चाहतों ने किया मुझ पे ऐसा असरचाहतों ने किया मुझ पे ऐसा असरजहाँ देखूं मैं देखूं तुझे हमसफ़रमेरी खामोशियाँ भी जुबान बन गयीमेरी बेचैनियां इश्क़ की दास्तान बन गयी