अकेले रहने का भी एक अलग सुकून है अकेले रहने का भी एक अलग सुकून है .......ना किसी की वापस आने की उम्मीद....ना किसी के छोड कर जाने का डर....
चलते - चलते मेरे कदम अक्सर यही सोचते हैं किचलते - चलते मेरे कदम अक्सर यही सोचते हैं किकिस तरफ जाऊं जो मुझे तू मिल जाये