ज़माने से सुना था कि मोहब्बत हार जाती हैज़माने से सुना था कि मोहब्बत हार जाती हैजो चाहत एक तरफ हो वो चाहत हार जाती हैकहीं दुआ का एक लफ्ज़ असर कर जाता हैंऔर कभी बरसों की इबादत भी हार जाती है
ज़िन्दगी से यहीज़िन्दगी से यही..ज़िन्दगी से यही गिला है मुझेतू बहुत देर से मिला है मुझेहमसफ़र चाहिये हुजूम नहींइक मुसाफ़िर भी काफ़िला है मुझेतू मोहब्बत से कोई चाल तो चलहार जाने का हौसला है मुझेलब कुशां हूं तो इस यकीन के साथकत्ल होने का हौसला है मुझेदिल धडकता नहीं सुलगता हैवो जो ख्वाहिश थी, आबला है मुझेकौन जाने कि चाहतो में फ़राज़क्या गंवाया है क्या मिला है मुझे
अग़र मोहब्बत नही थी तो फक़त एक बार बताया तो होताअग़र मोहब्बत नही थी तो फक़त एक बार बताया तो होताये कम्बख़त दिल तुम्हारी ख़ामोशी को इश्क़ समझ बैठा