दोस्त रूठे तो रब रूठेदोस्त रूठे तो रब रूठे, फिर रूठे तो जग छूटेअगर फिर रूठे तो दिल टूटे, और अगर फिर रूठेतो निकाल डंडामार साले को जब तक डंडा न टूटे
हम रूठे दिलों को मनाने में रह गएहम रूठे दिलों को मनाने में रह गएगैरों को अपना दर्द सुनाने में रह गएमंज़िल हमारी, हमारे करीब से गुज़र गयीहम दूसरों को रास्ता दिखाने में रह गए
वो रूठे इस कदर की मनाया ना गयावो रूठे इस कदर की मनाया ना गयादूर इतने हो गए कि पास बुलाया ना गयादिल तो दिल था कोई समंदर का साहिल नहींलिख दिया था जो नाम वो फिर मिटाया ना गया
हम रूठे तो किसके भरोसेहम रूठे तो किसके भरोसे, कौन आएगा हमें मनाने के लिएहो सकता है, तरस आ भी जाए आपकोपर दिल कहाँ से लाये, आप से रूठ जाने के लिए
हम रूठे तो किसके भरोसेहम रूठे तो किसके भरोसेकौन है जो आयेगा हमे मनाने के लिएहो सकता है तरस आ भी जाये आपकोपर दिल कहाँ से लायें आपसे रूठ जाने के लिये