गए तुम जो हो यूं छोड़ के रुख़ अपना हमसे मोड़ केगए तुम जो हो यूं छोड़ के रुख़ अपना हमसे मोड़ कहमें पामाल कर बैठे हमारा दिल हो तोड़ क
एक तेरी बे-रुख़ी से ज़माना ख़फ़ा हुआएक तेरी बे-रुख़ी से ज़माना ख़फ़ा हुआऐ संग-दिल तुझे भी ख़बर है कि क्या हुआ