जग में आकर इधर उधर देखाजग में आकर इधर उधर देखा..जग में आकर इधर उधर देखातू ही आया नज़र जिधर देखाजान से हो गए बदन ख़ालीजिस तरफ़ तूने आँख भर देखानाला, फ़रियाद, आह और ज़ारीआप से हो सका सो कर देखाउन लबों ने की न मसीहाईहम ने सौ-सौ तरह से मर देखाज़ोर आशिक़ मिज़ाज है कोई'दर्द' को क़िस्स:-ए- मुख्तसर देखा
पहले तो अपने दिल कीपहले तो अपने दिल की..पहले तो अपने दिल की रज़ा जान जाइयेफिर जो निगाह-ए-यार कहे मान जाइयेपहले मिज़ाज-ए-राहगुज़र जान जाइयेफिर गर्द-ए-राह जो भी कहे मान जाइयेकुछ कह रही है आपके सीने की धड़कनेमेरी सुनें तो दिल का कहा मान जाइयेइक धूप सी जमी है निगाहों के आस पासये आप हैं तो आप पे क़ुर्बान जाइयेशायद हुज़ूर से कोई निस्बत हमें भी होआँखों में झाँक कर हमें पहचान जाइये