पहले सौ बारपहले सौ बार..पहले सौ बार इधर और उधर देखा हैतब कहीं डर के तुम्हें एक नज़र देखा हैहम पे हँसती है जो दुनियाँ उसे देखा ही नहींहम ने उस शोख को अए दीदा-ए-तर देखा हैआज इस एक नज़र पर मुझे मर जाने दोउस ने लोगों बड़ी मुश्किल से इधर देखा हैक्या ग़लत है जो मैं दीवाना हुआ, सच कहनामेरे महबूब को तुम ने भी अगर देखा है
सोचता हूँ कंजूसों का एक डिपार्टमेंट बनाऊसोचता हूँ कंजूसों का एक डिपार्टमेंट बनाऊचेयरमैन की कुर्सी पर आपको बिठाऊदुनिया से आप को चंदा दिलवाऊताकि आप से कुछ मैसेज्स तो ले पाऊ
हम पर जो गुज़री है क्या तुम सुन पाओगेहम पर जो गुज़री है क्या तुम सुन पाओगेनाज़ुक सा दिल रखते हो तुम रोने लग जाओगेबहुत ग़म मिले हैं इस दुनिया की भीड़ मेंकभी सुनो जो तुम इन्हें तुम भी मुस्कुराना भूल जाओगे