आपका मक़सद पुराना हैआपका मक़सद पुराना हआपका मक़सद पुराना है मगर खंज़र नयामेरी मजबूरी है मैं लाऊँ कहाँ से सर नयामैं नया मयक़श हूँ मुझको चाहिये हर शै नयीएक मयख़ाना नया, साक़ी नया, साग़र नयादेखता हूँ तो सभी घर मुझको लगते हैं नयेसोचता हूँ तो नहीं लगता है कोई घर नयादेखिये घबरा न जाये तालियों के शोर मेंआज पहली बार आया है ये जादूगर नयाहम किसी सूरत किसी के हाथ बिक सकते नहींचाहे वो ताज़िर पुराना हो या सौदागर नयामेरा शीशे का मकाँ तामीर होने दीजियेहर किसी के हाथ में आ जायेगा पत्थर नया।
कोई रिश्ता नया या पुराना नहीं होताकोई रिश्ता नया या पुराना नहीं होताज़िंदगी का हर पल सुहाना नहीं होताजुदा होना तो किस्मत की बात हैपर जुदाई का मतलब भुलाना नहीं होता
नया कुछ भी नहीं हमदमनया कुछ भी नहीं हमदम, वही आलम पुराना हैतुम्हीं को भुलाने की कोशिशें, तुम्हीं को याद आना है
बंद मुट्ठी से जो उड़ जाती है क़िस्मत की परीबंद मुट्ठी से जो उड़ जाती है क़िस्मत की परीइस हथेली में कोई छेद पुराना होगा
वैसे ही दिन वैसी ही रातें हैं ग़ालिबवैसे ही दिन वैसी ही रातें हैं ग़ालिब, वही रोज का फ़साना लगता हैअभी महीना भी नहीं गुजरा और यह साल अभी से पुराना लगता है
नया कुछ भी नहीं हमदमनया कुछ भी नहीं हमदम, वही आलम पुराना हैतुम्हीं को भुलाने की कोशिशें, तुम्हीं को याद आना है