धोखा मिला जब प्यार मेंधोखा मिला जब प्यार में;जिंदगी में उदासी सी छा गई;सोचा था छोड़ देंगे इस राह को;कम्भख्त मोहल्ले में दूसरी आ गई
धोखा दिया था जब तुमने मुझे तब दिल से मैं नाराज थाधोखा दिया था जब तुमने मुझे तब दिल से मैं नाराज थाफिर सोचा कि दिल से तुम्हें निकाल दूँ, मगर वह कमबख्त दिल भी तुम्हारे पास था!
अनजाने में यूँ ही हम दिल गँवा बैठेअनजाने में यूँ ही हम दिल गँवा बैठेइस प्यार में कैसे धोखा खा बैठेउनसे क्या गिला करें, भूल तो हमारी थीजो बिना दिल वालों से ही दिल लगा बैठे
इश्क में इसलिए भी धोखा खानें लगें हैं लोगइश्क में इसलिए भी धोखा खानें लगें हैं लोगदिल की जगह जिस्म को चाहनें लगे हैं लोग
धोखा दिया था जब तूने मुझेधोखा दिया था जब तूने मुझे, जिंदगी से मैं नाराज थासोचा कि दिल से तुझे निकाल दूं, मगर कंबख्त दिल भी तेरे पास था
धोखा ना देना कि तुझपे ऐतबार बहुत हैधोखा ना देना कि तुझपे ऐतबार बहुत हैये दिल तेरी चाहत का तलबगार बहुत हैतेरी सूरत ना दिखे तो दिखाई कुछ नही देताहम क्या करें कि तुझसे हमें प्यार बहुत है