कौन अंदाजा मेरे गम का लगा सकता हैकौन अंदाजा मेरे गम का लगा सकता हैकौन सही राह दिखा सकता हैकिनारों वालों तुम उसका दर्द क्या जानोडूबने वाला ही गहराई बता सकता है
ज़िंदगी क्या किसी मुफ़लिस की क़बा हैज़िंदगी क्या किसी मुफ़लिस की क़बा है, जिसमेंहर घड़ी, दर्द के पैबंद लगे जाते हैं
ज़िंदगी क्या किसी मुफ़लिस की क़बा हैज़िंदगी क्या किसी मुफ़लिस की क़बा है, जिसमेंहर घड़ी, दर्द के पैबंद लगे जाते है
Hindi Shayari, Har Mayus koहर मायूस को हँसाने ककारोबार है अपना…दिलों का दर्द खरीद लेते हबस यही रोजगार है अपना…..!!Har mayus ko hsane kKarobar hai apna.Dilon ka dard khareed lete hain.Bs yehi rojgaar hai apna