वो तो दिवानी थी मुझे तन्हां छोड़ गईवो तो दिवानी थी मुझे तन्हां छोड़ गईखुद न रुकी तो अपना साया छोड़ गईदुख न सही गम इस बात का हैआंखो से करके वादा होंठो से तोड़ गई
तेरी यादों के सितम सहते हैं हमतेरी यादों के सितम सहते हैं हमआज भी पल-पल तेरी यादों में मरते हैं हमतुम तो चले गए बहुत दूर, हमको इस दुनियां में तन्हा छोड़करपर तुम क्या जानो, बैठकर तन्हाई में किस कदर रोते हैं हम