इस कदर इस जहाँ में जिंदा हूँ मैंइस कदर इस जहाँ में जिंदा हूँ मैंहो गयी थी भूल अब शर्मिंदा हूँ मैंमेरी कोशिश है कि ना हो तेरी दुनिया में कोई गमतू आवाज़ दे गगन से एक परिंदा हूँ मैं
कब्र के सन्नाटे में से एक आवाज़ आयीकब्र के सन्नाटे में से एक आवाज़ आयीकिसी ने फूल रख के आंसूं की दो बूंद बहायीजब तक था जिंदा तब तक ठोकर खायीअब सो रहा हूं तो उसको मेरी याद आयी
ज़िंदगी भर के लिए है मौत से अनुबंध मेराज़िंदगी भर के लिए है मौत से अनुबंध मेराजब तलक जिंदा रहूँगा पास फटकेगी नहीं वो