जहा से तेरा मन चाहे वहा से मेरी ज़िन्दगी को पढ़ ले तूजहा से तेरा मन चाहे वहा से मेरी ज़िन्दगी को पढ़ ले तूपन्ना चाहे कोई भी हो, हर पन्ने पे तेरा ही नाम होगा
बांसुरी से सीख ले नया सबक ऐ ज़िन्दगीबांसुरी से सीख ले नया सबक ऐ ज़िन्दगी....तमाम ज़ख्म हैं,सीने में फिर भी गुनगुनाती है
जैसे ऐक पत्थर को तराशने से सुन्दर मूर्ति बन सकती है ऐसे ही कर्मों केजैसे ऐक पत्थर को तराशने से सुन्दर मूर्ति बन सकती है ऐसे ही कर्मों के सहारे ज़िन्दगी को तराशने से ज़िन्दगी का स्वरूप बहुत सुन्दर बन सकता है