कुछ तो चाहत होगी इन बारिश की बूंदों कीकुछ तो चाहत होगी इन बारिश की बूंदों कीवरना कौन गिरता है इस ज़मीन पे आसमान तक पहुँचने के बाद
तुम खुश-किश्मत हो जो हम तुमको चाहते हैतुम खुश-किश्मत हो जो हम तुमको चाहते है,,...वरना, हम तो वो है जिनके ख्वाबों मे भी लोग इजाजत लेकर आते है…!
इक टूटी-सी ज़िंदगी को समेटने की चाहत थीइक टूटी-सी ज़िंदगी को समेटने की चाहत थीन खबर थी उन टुकड़ों को ही बिखेर बैठेंगे हम
एक आदमी ने देखा की एक गरीबएक आदमी ने देखा की एक गरीब,,,बच्चा उसकी कीमती कार को निहार रहा है। उसे रहम आ गया और उसने उस बच्चे को अपनी कार में बैठा लिया।बच्चा : आपकी कार बहुत महंगी है ना।आदमी : हाँ। मेरे बड़े भाई ने मुझे उपहार में दी है।बच्चा : आपके बड़े भाई कितने अच्छे आदमी हैं।आदमी: मुझे पता है तुम क्या सोच रहे हो। तुम भी ऐसी कार चाहते होना? बच्चा: नहीं। मै भी आपके बड़े भाई जैसा बनना चाहता हूँ। मेरे भी छोटे भाई बहन हैंना।thought of the day.."अपनी सोच को हमेशा ऊंचा रखें,दूसरों की अपेक्षाओं से भी कहीं ज्यादा ऊंचा
जो इंसान अपनी गलती न होने पर भी माफ़ी मांगकर आपको मनाने का हूनर रखताजो इंसान अपनी गलती न होने पर भी माफ़ी मांगकर आपको मनाने का हूनर रखता हैसमझ लेना कि वो आपको कभी खोना नहीं चाहता है