रात को जब चाँद सितारे चमकते हैंरात को जब चाँद सितारे चमकते हैंहम हरदम फिर तेरी याद में तड़पते हैंआप तो चले गए हो छोड़कर हम कोमगर हम मिलने को तरसते है
तु चाँद और मैं सितारा होतातु चाँद और मैं सितारा होताआसमान में एक आशियाना हमारा होतालोग तुम्हे दूर से देखतेनज़दीक़ से देखने का हक़ बस हमारा होता
काश कि तु चाँद और मैं सितारा होताकाश कि तु चाँद और मैं सितारा होताआसमान में एक आशियाना हमारा होतालोग तुम्हे दूर से देखतेनज़दीक़ से देखने का हक़ बस हमारा होता
चाँद निकलेगा तो दुआ मांगेंगेचाँद निकलेगा तो दुआ मांगेंगेअपने हिस्से में मुकदर का लिखा मांगेंगेहम तलबगार नहीं दुनिया और दौलत केहम रब से सिर्फ आपकी वफ़ा मांगेंगे
फलक से चाँद उतारा गयाफलक से चाँद उतारा गयामेरी आस का एक सहारा गयामैं दो बूँद पानी तरसती रहीमेरे होंठों से ज़हर गुज़ारा गया
ऐ चाँद जाऐ चाँद जा, क्यों आया है अब मेरी चौखट परछोड़ गया है वो शख्स, जिसकी याद में तुम्हें देखा करते थे