आप जैसे लोग कुछ ख़ास लगते हैंआप जैसे लोग कुछ ख़ास लगते हैंदिल में हर वक़्त एक आस रखते हैंना जाने कब हो जाये मुलाकात आपसेइसलिए हम एक 'डिस्प्रिन' हमेशा अपने साथ रखते हैं
इत्तेफ़ाक़ से ही सही मगर मुलाकात हो गयीइत्तेफ़ाक़ से ही सही मगर मुलाकात हो गयीढूंढ रहे थे हम जिन्हें आखिर उन से बात हो गयीदेखते ही उन को जाने कहाँ खो गए हमबस यूँ समझो दोस्तो वहीं से हमारे प्यार की शुरुआत हो गयी
इत्तेफ़ाक़ से ही सही मगर मुलाकात हो गयीइत्तेफ़ाक़ से ही सही मगर मुलाकात हो गयीढूंढ रहे थे हम जिन्हें आखिर उन से बात हो गयीदेखते ही उन को जाने कहाँ खो गए हमबस यूँ समझो दोस्तो वहीं से हमारे प्यार की शुरुआत हो गयी