कर्मो से ही पहचान होती है इंसानों कीकर्मो से ही पहचान होती है इंसानों की.अच्छे कपड़े तो बेजान पुतलो को भी पहनाये जाते है..।
मतलबी दुनिया के लोग खड़े हैं हाथों में पत्थर लेकरमतलबी दुनिया के लोग खड़े हैं हाथों में पत्थर लेकरमैं कहाँ तक भागूं शीशे का मुक़द्दर लेकर
हर कोई मिलता है यहाँ पहन सच का नक़ाबहर कोई मिलता है यहाँ पहन सच का नक़ाबमुश्किल है पहचान पाना यहाँ कौन अच्छा है कौन ख़राब
अच्छा है दिल के साथ रहे पासबान-ए-अक़्लअच्छा है दिल के साथ रहे पासबान-ए-अक़्ललेकिन कभी कभी इसे तन्हा भी छोड़ दे
अच्छा है दिल के साथ रहे पासबान-ए-अक़्लअच्छा है दिल के साथ रहे पासबान-ए-अक़्ललेकिन कभी कभी इसे तन्हा भी छोड़ दे