गलतियों से जुदा तु भी नहींगलतियों से जुदा तु भी नहीं, मैं भी नहींदोनों इंसान हैं, ख़ुदा तु भी नहीं, मैं भी नहींगलतफहमियों ने कर दी दोनों में पैदा दूरियांवरना फितरत का बुरा तु भी नहीं था, मैं भी नहीं
तुझसे दूर अब हम जा नहीं सकतेतुझसे दूर अब हम जा नहीं सकतेतुझसे प्यार कितना है यह हम बता नहीं सकतेहमें मालूम है ये ज़िन्दगी है चार दिन की लेकिनतेरे बिन ये चार दिन तो क्या दो पल भी हम बिता नहीं सकते
ज़ुबान खामोश आँखों में नमी होगीज़ुबान खामोश आँखों में नमी होगीये बस एक दास्तां-ए ज़िंदगी होगीभरने को तो हर ज़ख्म भर जाएगाकैसे भरेगी वो जगह जहाँ तेरी कमी होगी
कैसी अजीब तुझसे यह जुदाई थीकैसी अजीब तुझसे यह जुदाई थीकि तुझे अलविदा भी ना कह सकातेरी सादगी में इतना फरेब थाकि तुझे बेवफा भी ना कहा सका
वो मिल जाते हैं कहानी बनकरवो मिल जाते हैं कहानी बनकरदिल में बस जाते हैं निशानी बनकरजिन्हें हम रखते हैं आँखों मेंजाने वो क्यों निकल जाते हैं पानी बनकर
हम तेरे दिल में रहेंगे एक याद बनकरहम तेरे दिल में रहेंगे एक याद बनकरतेरे लब पे खिलेंगे मुस्कान बनकरकभी हमें अपने से जुदा न समझनाहम तेरे चलेंगे आसमान बनकर