चलो कुछ पुराने दोस्तों के, दरवाज़े खटखटाते हैं ! देखते हैं उनके पँख थक चुके है, या अभी भी फड़फड़ाते हैं ! हँसते हैं खिलखिलाकर, या होंठ बंद कर मुस्कुराते हैं ! वो बता देतें हैं सारी आपबीती, या सिर्फ सफलताएं सुनाते हैं ! हमारा चेहरा देख वो, अपनेपन से मुस्कुराते हैं ! या घड़ी की और देखकर, हमें जाने का वक़्त बताते हैं ! चलो कुछ पुराने दोस्तों के, दरवाज़े खटखटाते हैं|
वो छोटी छोटी बातो पे रुठ जाना, वो रुठे हूये को और भी सताना, वो कभी भी पढकर ना जाना, जो टिचर पूछे तो टोपीया पेहनाना, वो कलास मे बेठ के गप्पे लगाना, वो एक दूसरे को किस्से सूनाना, ना ही वो दिन रहेंगे ओर ना फीर लौट कर आयेंगे. ::::::::::::::::::::::::::: ना वो दोस्त, ना वो बाते:-( अगर कूछ रेह जायेगा तो बस वो यादे. ::::::::::::::::::::::::::: dedicated to all my old & new frnds..
तारोँ मेँ अकेला चाँद जगमगाता है, मुस्किलोँ मेँ अकेला इंसान डगमगाता हैँ, काँटो से मत घबराना मेरे दोस्त, क्युँकी काँटो मे ही एक गुलाब मुस्कुराता है ।
छोटे से दिल में गम बहुत है, जिन्दगी में मिले जख्म बहुत हैं, मार ही डालती कब की ये दुनियाँ हमें, कम्बखत दोस्तों की दुआओं में दम बहुत है|
ज़िन्दगी तो सस्ती है यारो पर जीने के ढंग बड़े महँगे हैं . जिंदगी की रफतार इस तरह बनाओ की ,कोई दुश्मन आगे नीकल जाए तो चलेगा.. लेकिन कोई दोस्त पीछे ना छुट जाए...
दोस्ती के नेटवर्क क लिए ज़रूरी है 1.यादों का रीचार्ज 2.शरत का मिस्ड कॉल 3.प्यार का एसएमएस 4.दिल का कोवरेज और 5. और भरोशे की लाइफ टाइम वेलिडिटी.
मुझे नही पता कि मैं एक बेहतर दोस्त हूँ या नही ।। . लेकिन . मुझे पूरा यकीन है कि जिनके साथ मेरी दोस्ती है... वे बहुत बेहतरीन हैं।
दो दोस्त आपस में बात कर रहे थे। एक दोस्त: और सब कैसा है? दूसरा दोस्त: सब ठीक है, भाई। पहला दोस्त: और पढाई कैसी चल रही है? दूसरा दोस्त: एक झापड़ दूंगा साले, तू दोस्त है दोस्त रह, रिश्तेदार बनने की कोशिश मत कर।
इश्क ओर दोस्ती मेरे दो जहान है, इश्क मेरी रुह, तो दोस्ती मेरा ईमान है, इश्क पर तो फिदा करदु अपनी पुरी जिंदगी, पर दोस्ती पर, मेरा इश्क भी कुर्बान है।