र किसी कै किसमत मै ऐसा लिखा नही हौता .. हर मंजिल मै तैरै जैसा दौस्त का पाता नही मिलता.. मैरी तकादीर हौगी कुछ खास.. वरना तैरै जैसा यार मुझै कहा मिलता..
शायद फिर वो तक़दीर मिल जाये .. जीवन के वो हसीं पल मिल जाएँ… चल फिर से बैठें वो क्लास कि लास्ट बैंच पे…. शायद फिरसे वो पुराने दोस्त मिल जाए
वो बचपन की धुंधली यादें ,वो जवानी के बहकते कदम हर पल रहा दम अपने दोस्तों के संग कुछ बिछड़ गए स्कूल बदलने के संग कुछ से टूट गया रिश्ता खट्टी मीठी बातों संग कुछ आज भी निभाते है दोस्ती भावनाओं संग सच्चे दोस्तों को मित्रता दिवस की शुभकामनाये...
दोस्ती नाम नहीं सिर्फ़ दोस्तों के साथ रहने का, बल्कि दोस्त ही जिन्दगी बन जाते हैं, जरुरत नहीं पडती, दोस्त की तस्वीर की, देखो जो आईना तो दोस्त नज़र आते हैं, ये तो बहाना है कि मिल नहीं पाये दोस्तों से आज, दिल पे हाथ रखते ही एहसास उनके हो जाते हैं, नाम की तो जरूरत ही नहीं पडती इस रिश्ते में कभी, पूछे नाम अपना तो दोस्तॊं का बताते हैं, कौन कहता है कि दोस्त हो सकते हैं जुदा कभी, दूर रह्कर भी दोस्त, बिल्कुल करीब नज़र आते हैं सिर्फ़ भ्रम है कि दोस्त होते हैं अलग-अलग, दर्द हो इनको ओर, आंसू हमारे आते हैं, माना इश्क है खुदा, प्यार करने वालों के लिये, पर हम तो दोस्ती में अपना सिर झुकाते हैं, ओर एक ही दवा है गम की दुनिया में क्युकि, भूल के सारे गम, दोस्तों के साथ मुस्कुराते हैं...
सबसे प्यारा कौन? सूरज ने कहा मेरी किरण चाँद ने कहा मेरी चाँदनी पंछी ने कहा हमारी मस्ती और हमने कहा आपकी और हमारी ये प्यारी दोस्ती!
. बादशाह तो हम उसी दीन बन गये थे. जिस दिन दोस्तो ने कहा था... तू आगे रह कर एक थपड मार दे फिर हम सम्माल लेगें.... भले ही अपने जीगरी दोस्त कम हैं.... . पर जीतने भी है परमाणु बम हैं...
मुझे शराब से महोब्बत नहीं हें महोब्बत तो उन पलो से हें जिसे में शराब के बहाने अपने यारो के साथ बिताता हूं देखी जो नब्ज मेरी, हँस कर बोला वो हकीम, जा जमा ले महफिल पुराने दोस्तों के साथ, तेरे हर मर्ज की दवा वही है ...
जिंदगी सुंदर है पर मुझे...जीना नहीं आता, हर चीज में नशा है पर मुझे..पीना नहीं आता,सब मेरे बिना जी सकते हैं,र्सिफ मुझे दोस्तों के बिना..जीना नहीं आता.
देखी जो नब्ज मेरी, हँस कर बोला वो हकीम, जा जमा ले महफिल पुराने दोस्तों के साथ, तेरे हर मर्ज की दवा वही है....