हाल-ऐ-बिस्मिल अब न पूछ 'दोस्त', लुफ्त-ऐ-कत्ल है, नाम कातिल का न पूछ.. ..... बे-जान जिस्मको अब क्या संवारू 'दोस्त', लरजते होंठो पे नाम तेरा आए, यूं न पूछ...
भूखे से ज्यादा भोजन का स्वाद कोई नही जान सकता वैसे ही सच्चे मित्र का महत्व संकट में फँसा व्यक्ति ही जान सकता है !.
नजरें चुराकर नजरें चुरा मत लेना, दोस्त बनाकर दुश्मन बना मत देना, माना कि तुमसे बहुत दूर रहते हैं, हम इसी बात का बहाना बनाकर भुला मत देना|
ऐं दोस्त तेरें तो हजारों रूप हैं. मै तो समझ नहीं पाया तुझे, बस इतना पता हैं की तू जैसा भी हैं बहुत खूब हैं|
हस्तियाँ मिट गयी नाम कमाने में -उम्र बीत गयी खुशियाँ पाने में एक पल में दूर ना हो जाना हमसे, हमें तो सालों लगे है, आप जैसा दोस्त पाने में
रिस्ता तो ऊपर वाले की दुनिया में बनता है, बस हम निभाना जानते है, खुदा से दुआ करते है कि आपकी दोस्ती पाना चाहते है..
कोई दौलत पर नाज़ करते हैं, कोई शोहरत पर नाज़ करते हैं, जिसके साथ आप जैसा दोस्त हो, वो अपनी किस्मत पर नाज़ करते हैं.
रिश्तों से बड़ी चाहत क्या होगी दोस्ती से बड़ी इबादत क्या होगी, जिसे दोस्त मिल जाये आप जैसा, उसे ज़िन्दगी से शिकायत क्या होगी
कहानी तीन बेस्ट दोस्तों की ज्ञान , धन और विश्वास तीनों बहुत अच्छे दोस्त भी थे तीनों में बहुत प्यार भी था एक वक़्त आया जब तीनों को जुदा होना पड़ा तीनों ने एक दुसरे से सवाल किया कि हम कहाँ मिलेंगे ज्ञान ने कहा मैं मंदिर , मस्जिद , विद्यालय मैं मिलूँगा धन ने कहा मैं अमीरों के पास मिलूँगा विश्वास चुप था दोनों ने चुप होने की वजह पुछी तो विश्वास ने रोते हुवे कहा मैं एक बार चला ग़या तो फिर कभी नही मिलूँगा........
दोस्ती ज़िन्दगी का वो खूबसुरत लम्हा है.. जिसे मिल जाये वो तन्हाई में भी खुश.. जिसे न मिले वो भीड़ में भी अकेला.
खूबसूरत सा एक पल किस्सा बन जाता है, जाने कब कौन ज़िंदगी का हिस्सा बन जाता है | कुछ लोग ज़िंदगी में मिलते हैं ऐसे, जिनसे कभी ना टूटने वाला रिश्ता बन जाता है || क्यूँ मुश्किलों में साथ देते हैं दोस्त क्यूँ गम को बाँट लेते हैं दोस्त न रिश्ता खून का न रिवाज से बंधा है फिर भी ज़िन्दगी भर साथ देते हैं दोस्त. दिल से.. दोस्तों के लिए..
सबसे अलग सबसे न्यारे हो आप, तारीफ कभी पुरी ना हो इतने प्यारे हो आप, आज पता चला कि जमाना क्यों जलता है हमसे, क्यों कि दोस्त तो आखिर हमारे हो आप…