बारिश से कुछ बुंदे मांग लेगे, चांद से चांदनी उधर मांग लेगे, अगर तेरी दोस्ती नसीब हुई ए दोस्त तो खुदा से एक और जिन्दगी मांग लेगे|
आग लगी थी. .मेरे घर में सब जान पहेचान वाले आये, हाल पुछा और चले गये. एक सच्चे दोस्त ने पूछा -: "क्या क्या बचा है. . ? ?". मैने कहा -: कुछ नहीं "सीर्फ मैं बच गया हूँ. . ! ! ".उसने गले लगाकर कहा -: साले ! "फिर जला ही क्या है। एक लाइक दोस्तों के लिए
❤ स्कूल की दोस्ती 10th क्लास तक ❤ यूनिवर्सिटी की दोस्ती फाइनल इअर तक ❤ऑफिस की दोस्ती रिटायरमेंट तक ❤ लवर की दोस्ती शादी तक ....but.... ❤ हमारी दोस्ती आप से 30- फरवरी तक...क्योंकि... ❤ ना कभी 30 फरवरी आयेगी ना कभी हमारी दोस्ती का end होगा✌
अगर मिलती मुझे एक दिन की बादशाही ...तो ए दोस्त ..मेरी रिहाशत में तुम्हारी तस्वीर के सिक्के चला करते..:
दोस्त को भूलना गलत बात है, उन्हीँ का तो ज़िन्दगी भर का साथ है, अगर भूल गये तो सिर्फ खाली हाथ है, अगर साथ रहे तो ज़माना कहेगा "क्या बात है" ।
सुनो !!!!! . ये प्यार और दोस्ती की परिभाषा रहने दो । हम आज तक मैथ में "चूंकि" और "इसलिये" के चिन्ह के बीच का फर्क तो ढंग से समझ नही पाये !!! तो प्यार और दोस्ती के बीच का फर्क क्या समझेंगे
मै यादों का किस्सा खोलूँ तो, कुछ दोस्त बहुत याद आते हैं. मै गुजरे पल को सोचूँ तो, कुछ दोस्त बहुत याद आते हैं. अब जाने कौन सी नगरी में, आबाद हैं जाकर मुद्दत से. मै देर रात तक जागूँ तो , कुछ दोस्त बहुत याद आते हैं. कुछ बातें थीं फूलों जैसी, कुछ लहजे खुशबू जैसे थे, मै शहर-ए-चमन में टहलूँ तो, कुछ दोस्त बहुत याद आते हैं. सबकी जिंदगी बदल गयी एक नए सिरे में ढल गयी कोई girlfriend में busy है कोई बीवी के पीछे crazy हैं किसी को नौकरी से फुरसत नही किसी को दोस्तों की जरुरत नही कोई पढने में डूबा है किसी की दो दो महबूबा हैं सारे यार गुम हो गये हैं तू से आप और तुम हो गये है मै गुजरे पल को सोचूँ तो, कुछ दोस्त बहुत याद आते हैं. धीरे धीरे उम्र कट जाती है जीवन यादों की पुस्तक बन जाती है, कभी किसी की याद बहुत तड़पाती है और कभी यादों के सहारे ज़िन्दगी कट जाती है ... - किनारो पे सागर के खजाने नहीं आते, फिर जीवन में दोस्त पुराने नहीं आते ... - जी लो इन पलों को हस के दोस्त, फिर लौट के दोस्ती के जमाने नहीं आते ... !!!