महक होती तो तितलियाँ जरूर आती; कोई रोता तो सिसकियाँ जरूर आती; कहने को तो लोग मुझे बहुत याद करते हैं; मगर याद करते तो हिचकियाँ जरूर आती।
दूरियां ही नज़दीक लाती हैं; दूरियां ही एक दूजे की याद दिलाती हैं; दूर होकर भी कोई करीब है कितना; दूरियां ही इस बात का एहसास दिलाती हैं।
खामोश रात के पहलू में सितारे न होते; इन रूखी आँखों में रगींन नज़ारे न होते; हम भी न करते याद आपको; अगर आप इतने प्यारे न होते।
मत इंतज़ार कराओ हमें इतना; कि वक़्त के फैसले पर अफ़सोस हो जाये; क्या पता कल तुम लौटकर आओ; और हम खामोश हो जाएँ!
कभी एक लम्हा ऐसा भी आता है; जिसमें बीता हुआ कल नजर आता है; बस यादें रह जाती हैं याद करने के लिए; और वक्त सबकुछ लेकर गुजर जाता है।
अपनी हर सांस में आबाद किया है तुमको; ए मेरी जाना बहुत याद किया है तुमको; मेरी जिंदगी में तुम नहीं तो कुछ भी नहीं; अपनी जिंदगी से बढ़कर प्यार किया है तुमको!
सामने ना हो तो तरसती हैं आँखें; याद में तेरी बरसती हैं आँखें; मेरी लिए नहीं इनके लिए ही आ जाओ; आपका बेपनाह इंतज़ार करती हैं आँखें!
उसकी याद हमें बेचैन बना जाती है; हर जगह हमें उसकी सूरत नजर आती है; कैसा हाल किया है मेरा आपके प्यार ने; नींद भी आती है तो आँखें बुरा मान जाती हैं।