जिंदगी उसी को आज़माती है; जो हर मोड़ पर चलना जानते हैं; कुछ पाकर तो हर कोई मुस्कुराता है; पर जिंदगी उसी की है जो सब कुछ खोकर मुस्कुराता है।
कार्य ही पूजा है: महात्मा गाँधी के कपड़ों में एक भी 'जेब' नहीं थी; लेकिन अच्छे कर्मों की वजह से, "आज वो हम सबकी जेब में रहते हैं।"
इस दुनिया से उम्मीद-ए-वफ़ा मत रखना; लुट जाओगे दरवाज़ा खुला मत रखना; ख्वाहिश है अगर जन्नत में जाने की तो; अपने माँ-बाप को अपने से कभी जुदा मत रखना।
शौंक को कभी पाला नही जाता; काँच के खिलौनों को कभी उछाला नहीं जाता; मिल जाती है मंज़िल कोशिश करने पर; हर बात को किस्मत पर टाला नहीं जाता।
रिश्ते चाहे जितने भी बुरे हों लेकिन कभी भी उन्हें मत तोड़ना; क्योंकि पानी चाहे कितना भी गन्दा हो प्यास नहीं तो आग तो बुझाता ही है।
हमेशा अपनी छोटी-छोटी गलतियों से बचने की कोशिश करो; क्योंकि; इंसान पहाड़ों से नहीं छोटे पत्थरों से ठोकर खाता है।
मुश्किलें दिल के इरादे आज़माएंगी; ख़्वाबों की मुश्किलें निगाहों से हटाएंगी; गिरकर हौंसला मत हारना ओ यार; ये ठोकरें ही तुझे चलना सिखाएंगी।
बुझी हुई शमां फिर से जल सकती है; तूफानों में घिरी कश्ती किनारे लग सकती है; मायूस न होना कभी जिंदगी में; ये किस्मत है कभी भी बदल सकती है।
बहुत कुछ सिखा जाती है जिंदगी; हंसा के रुला जाती है जिंदगी; जी सको जितना उतना जी लो दोस्तों; क्योंकि बहुर कुछ बाकी रहता है, और ख़त्म हो जाती है जिंदगी।
फिर न सिमटेगी जिंदगी तो बिखर जायेगी; जिंदगी जुल्फ नहीं तो फिर से संवर जायेगी; जो दे ख़ुशी तो दामन थाम लो; जिंदगी रो के नहीं हंस के गुजर जायेगी।
वक्त कहता है की फिर नहीं आऊंगा; तेरी आँखों को अब न रुलाऊंगा; जीना है तो इस पल को जी ले; शायद मैं कल तक न रुक पाऊंगा।