रोये हैं बहुत तब ज़रा करार मिला है; इस जहां में किसे भला सच्चा प्यार मिला है; गुज़र रही है ज़िंदगी इम्तिहान के दौर से; एक ख़त्म हुआ तो दूसरा तैयार मिला हैं।
नदी जब किनारा छोड़ देती हैं; राह की चट्टान तक तोड़ देती हैं; बात छोटी सी अगर चुभ जाती है दिल में; ज़िंदगी के रास्तों को मोड़ देती हैं!
गुज़री हुई ज़िंदगी को कभी याद ना कर; तक़दीर में जो लिखा है उस की फ़रियाद ना कर; जो होगा वो हो कर रहेगा; तू फ़िक्र में अपनी हँसी बर्बाद ना कर
अपनी ज़िंदगी खुद बनाई जाती है; दूसरों को ये काम ना दो; प्यार निभाने में कमी रह जाती है; लकीरों को इलज़ाम ना दो।
डाली पर बैठे हुए परिंदे को पता है कि डाली कमज़ोर है; फ़िर भी वह उस डाली पर है; क्यों? क्योंकि उसको डाली से ज्यादा अपने पँख पर भरोसा है।
भगवान कहते हैं, उदास मत होना; क्योंकि मैं तेरे साथ हूँ; सामने नहीं पर आसपास हूँ; पलकों को बंद कर दिल से याद करना; मैं और कोई नहीं तेरा आत्मविश्वास हूँ।
फूल बनकर मुस्कुराना ज़िंदगी है; मुस्कुरा के ग़म भुलाना ज़िंदगी है; मिल कर खुश हुए तो क्या हुआ; बिना मिले रिश्ते निभाना ज़िंदगी है।
सोच को बदलो, सितारे बदल जायेंगे; नज़र को बदलो, नज़ारे बदल जायेंगे; कश्तियाँ बदलने की जरुरत नहीं; दिशाओं को बदलो, किनारे बदल जायेंगे।
डर मुझे भी लगा फांसला देख कर; पर मैं बढ़ता गया रास्ता देख कर; खुद ब खुद मेरे नज़दीक आती गई; मेरी मंज़िल मेरा हौंसला देख कर।
एक बहुत अच्छी बात जो जिंदगी भर याद रखना; "आपका खुश" रहना ही; 'आपका' बुरा चाहने वालों के लिए सबसे बड़ी सज़ा है। इसलिए हमेशा मुस्कुराते रहो।
हम वो हैं जो हार कर भी यह कहते हैं; वो मंज़िल ही बदनसीब थी, जो हमें ना पा सकी; वर्ना जीत की क्या औकात; जो हमें ठुकरा दे।