दो अक्षर का शब्द है 'लक'; ढाई अक्षर का शब्द है 'भाग्य'; तीन अक्षर का शब्द है 'नसीब'; साढ़े तीन अक्षर का शब्द है 'किस्मत'; मगर ये चारों के चारों चार अक्षर के शब्द 'मेहनत' के सामने छोटे होते हैं।
ग़म न कर ज़िंदगी बहुत बड़ी है; चाहत की महफ़िल तेरे लिए सजी है; बस एक बार मुस्कुरा कर तो देख; तक़दीर खुद तुझसे मिलने बाहर खड़ी है।
किस्मत में लिखी हर मुश्किल टल जाती है; यदि हो बुलंद हौसले तो मंज़िल मिल ही जाती है; सिर उठा कर यदि आसमान को देखोगे बार-बार; तो गगन को छूने की प्रेरणा मिल ही जाती है।
आसानी से कुछ न मिले तो उदास मत होना; मिल जायेगा सब तो फिर कोशिश क्या करोगे; सपने सब हकीकत नहीं होते; अगर होंगे सब हक़ीक़त तो फिर कहाँ देखोगे।
जीत की खातिर बस जूनून चाहिए; जिसमे उबाल हो ऐसा खून चाहिए; ये आसमां भी आयेगा ज़मीं पर; बस इरादों में जीत की गूंज चाहिए।
वक़्त से लड़ कर अपना नसीब बदल दे; इंसान वही जो अपनी तक़दीर बदल दे; कल क्या होगा उसकी कभी ना सोचो; क्या पता कल वक़्त खुद अपनी लकीर बदल दे।
परेशानियों से भागना आसान होता है; मुश्किलें ज़िन्दगी में एक इम्तिहान होता है; हिम्मत हारने वाले को कुछ नहीं मिलता ज़िन्दगी में; लड़ने वालों के क़दमों में ही तो सारा जहान होता है।
मैं शुक्रगुज़ार हूँ उन तमाम लोगों का जिन्होंने बुरे वक़्त में मेरा साथ छोड़ दिया था; क्योंकि उन्हें भरोसा था कि मैं मुसीबतों से अकेले ही निपट लूंगा।
ज़िंदगी हर पल ढलती है; जैसे रेत मुट्ठी से फिसलती है; कितने भी गम हो हर हाल में हँसते रहना; क्योंकि ये ज़िंदगी ठोकरों से ही संभलती है।
एक प्यारी सोच: किसी से उम्मीद किए बिना उसका अच्छा करो, क्योंकि किसी ने कहा है, "कि जो लोग फूल बेचते हैं उनके हाथ में खुश्बू अक्सर रह जाती है।"
जिन्हें सपने देखना अच्छा लगता है; उनको रात छोटी लगती है; और जिनको सपने पूरे करना अच्छा लगता है; उनको ज़िंदगी छोटी लगती है।