'अ' कहता - ऐसे थे बापू 'ब' कहता - ऐसे थे बापू मुझसे पूछो मैं बतलाऊं तुम सबको - कैसे थे बापू ? संत्-फकिरो जैसे बापू हिंसा के सागर में जैसे हो कोई करूणा का टापू ऐसे, हां थे, ऐसे बापू ऋषियों-मुनियों जैसे बापू। गाँधी जयंती की बधाई!
आज आया शुभ दिवस महान, आओ मिल कर करें बापू जी का सम्मान, करें प्रण हम कि सदा चलेंगे उनकी दिखाई राह पर, हो विश्व में बन्धुत्व और सुख अनमोल, चलो सदा ही गाँधी जी की करें जय-जय कार दिल खोल। गाँधी जयंती की सभी देश वासियों को हार्दिक बधाई!
देश के लिए जिसने विलास को ठुकराया था; त्याग विदेशी धागे उसने, खुद ही खादी बनाया था; पहनकर काठ की चप्पल जिसने, सत्याग्रह का राग सुनाया था; वो महात्मा गाँधी कहलाया था। आप सब को गाँधी जयंती की शुभ कामनायें!
बापू महान, बापू महान, ओ परम तपस्वी परम वीर; ओ सुकृति शिरोमणि, ओ सुधीर, कुर्बान हुए तुम, सुलभ हुआ सारी दुनिया को ज्ञान; बापू तुम हो महान, जन्मदिवस पे हम आपको करें शत-शत प्रणाम।
हे बापू, इस भारत के तुम, एक मात्र ही नाथ रहे; जीवन का सर्वस्व इसी को देकर इसके साथ रहे; तेरे कर्तव्यों से, बापू, भारत चिर स्वाधीन हुआ; उपकारों का ऋणी, सदा यह तेरे ही अधीन हुआ; कल्पों में भी कभी उऋण हो, जन-गण-मन साकार करो; आओ बापू, आओ फिर से हम सबका उद्धार करो। गाँधी जयंती की शुभ कामनायें!
अहिंसा का वो था पुजारी; सत्य की राह दिखाने वाला; ईमान का पाठ जिसने पढ़ाया हमें; वो था बापू लाठी वाला। गाँधी जयंती की शुभ कामनायें!
देश के लिए जिसने विलास को ठुकराया था; त्याग विदेशी धागे उसने खुद ही खादी बनाया था; पहन के काठ की चप्पल जिसने सत्यग्रह का पाठ पढ़ाया था; देश का था अनमोल वो दीपक जो महात्मा कहलाया था। गाँधी जयंती की शुभ कामनायें!
त्याग विदेशी धागे उसने खुद ही खादी बनाया था; पहनकर काठ की चप्पल जिसने; सत्याग्रह का राग सुनाया था। शुभ गाँधी जयंती!
खुशनसीब होते हैं वो लोग, जो इस देश पर कुर्बान होते हैं; जान देकर भी वो लोग अमर हो जाते हैं; करते हैं सलाम उन देश प्रेमियों को; जिनके कारण इस तिरेंगे का मान होता है। शुभ गाँधी जयंती!
मुन्ना भाई: अबे सर्किट, बापू बोले तो गाँधी जी कपड़े क्यों नहीं पहनते थे? सर्किट: भाई बोले तो बापू भी उस टाइम के सलमान खान थे। शुभ गाँधी जयंती!