हम नहीं जीत सके उनसे.. वो ऐसी शरत लगाने लगे.. प्यारी सी आँखो को... मेरी आँखो से लडाने लगे.. हम शायद जीत भी जाते.. पर पलके हमने तब झपकाईं.. जब उनकी पलकों से आँसु आने लगे
नाम छोटा है मगर दिल बडा रखता हु | | पैसो से उतना अमीर नही हु | | मगर अपने यारो के गम खरिद ने की हैसयत रखता हु | | | मुझे ना हुकुम का ईक्का बनना है ना रानी का बादशाह । हम जोकर ही अच्छे हे। जिस के नसीब में आऐंगे बाज़ी पलट देंगे।
एक हाथ में लिपस्टिक दूसरे में मोबाइल एक कान कुकर की सीटी पर दूसरा वाट्सएप की नोटिफिकेशन पर एक आँख टीवी पर दूसरी पति की हरकतों पर कौन कहता है नारी जीवन आसान है.
ऑफिस में आई नई सेक्रेटरी ने अपने बॉस से एक दिन पूछा :- सर, आपकी 'बीवी' मुझे इतनी शक भरी नजरों से क्यों देखती है ??. बॉस ने ठंडी सांस ली और कहा :- क्योंकि तुमसे पहले वही मेरी सेक्रेटरी थी
एक फ्लाइट में एक खूबसूरत महिला के साथ बैठे शख्स ने उससे पूछा, "अच्छा परफ्यूम है, कौन- सा है? मैं अपनी पत्नी को गिफ्ट करना चाहता हूं। महिला बोली, "रहने दीजिए, मत गिफ्ट कीजिए। वरना किसी गधे को उससे बात करने का 2eौका मिल जाएगा"!!!
ऑफिस में आई नई सेक्रेटरी ने अपने बॉस से एक दिन पूछा :- "सर, आपकी 'बीवी' मुझे इतनी शक भरी नजरों से क्यों देखती है ??. बॉस ने ठंडी सांस ली और कहा :- "क्योंकि तुमसे पहले वही मेरी सेक्रेटरी थी !!"
मैं पीकर नहीं बहकता; बहकता हूँ तो उसे देखकर। अब बताओ ज़रा कि शराब हराम है या वो इतने में मम्मी के कमरे से आवाज़ आई, "शराब हराम है और वो हरामजादी है"।
एक आदमी रात को दारू पीकर लौटा और दरवाजा खटखटाया। पत्नी ने काफी देर तक दरवाजा नहीं खोला। आखिरकार पत्नी ने अंदर से गुस्से में कहा- कौन है? पति ने कहा- खूबसूरत लड़की के लिए प्यारे-प्यारे फूल लाया हूं। पत्नी ने झट से दरवाजा खोल दिया। पत्नी ने पूछा- फूल कहां हैं? पति अंदर घुसते हुए बोला- खूबसूरत लड़की भी कहां है।
मेरी हार का मज़ाक उड़ाने वालों को पहले ये सोच लेना चाहिए कि ...... मैं भले ही हारा हुआ हूँ ..... पर मैं उन लोगों से कई गुना बेहतर हूँ .... जिन्होने कोशिश ही नहीं की ...... मैं फिर कोशिश करूंगा ..... शायद जीत भी जाऊँ ...... तो मज़ाक उड़ाना है तो उड़ाओ ..... बस ये ध्यान रखना कि मेरी याददाश्त बहुत तेज़ है ..... और तुम सोच सकते हो .... जीत मिलने के बाद तुम्हारा हश्र क्या होगा ....
फूल इसलिए अच्छे, की खुश्बू का पैगाम देते है। कांटे इसलिए अच्छे, की दामन थाम लेते है। दोस्त इसलिए अच्छे, कि वो मुझ पर जान देते है। और दुश्मनों को, कैसे ख़राब कह दूँ। वो ही तो है, जो हर महफ़िल में मेरा नाम लेते है !
कभी फूलों की तरह मत जीना, जिस दिन खिलोगे टूट कर बिखर्र जाओगे । जीना है तो पत्थर की तरह जियो; जिस दिन तराशे गए "खुदा" बन जाओग