मच्छरों का गाना: भीगे होंठ तेरे, प्यासा डंक मेरा; लगे अमृत सा मुझे खून तेरा; कभी मेरे साथ कोई रात गुजार; तुझे सुबह तक सुजा दूं यार।
जब से मैंने तुम्हें देखा है मेरा रात को दिन को सुबह को शाम को खाते वक़्त पीते वक़्त सोते वक़्त जागते वक़्त हँस-हँस के बुरा हाल है।
जब से तुम्हें देखा है, मेरा रात को दिन को सुबह को शाम को खेलते वक़्त सोते वक़्त जागते वक़्त . . . . हँस-हँस के बुरा हाल है।
सुबह जल्दी उठ कर, नहा धो कर, तैयार होकर, भगवान के सामने खड़े होकर, आँखें बंद कर, भगवान से सच्चे मन से पूछना कि... . . . . . . . हे प्रभु जब तुम अक्ल बाँट रहे तो मैं कहाँ था?
जब से तुम्हें देखा है, मेरा रात को दिन को सुबह को शाम को सोते वक़्त जागते वक़्त बस हर वक़्त . . . . . . हँस-हँस के बुरा हाल है।
आप बहुत अच्छे इंसान बन सकते हो बस आपको दो काम करने हैं: एक तो सुबह उठ के भगवान को याद करो ताकि आप ज़िन्दा रह सको और दूसरा . . . . . . . . . . नहाया करो ताकि और लोग ज़िन्दा रह सकें।