पति बालकनी में खड़ा मस्ती से गा रहा था, "पंछी बनूँ उड़ता फिरूँ मस्त गगन में, आज मैं आज़ाद हूँ दुनिया के चमन में"। तभी रसोई में से पत्नी की आवाज़ आई, 'घर में ही उड़ो। सामने वाली मायके गयी है।'
संता बालकनी में खड़ा मस्ती में गा रहा था,"पंछी बनूं, उड़ता फिरूं मस्त गगन में, आज मैं आज़ाद हूँ दुनिया के चमन में"। तभी रसोई में से जीतो की आवाज आई, "घर में ही उड़ो, सामने वाली मायके गई है।"
ग़रीब आदमी: ऐसी जिंदगी से तो मौत अच्छी। अचानक यमदूत आया और बोला, "तुम्हारी जान लेने आया हूँ।" आदमी: लो अब ग़रीब आदमी मज़ाक भी नही कर सकता?