कोई मलाल कोई आरजू नहीं करता

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कोई मलाल कोई आरजू नहीं करता
तुम्हारे बाद यह दिल गुफ्तगू नहीं करता
कोई न कोई चीज़ मेरी टूट जाती है
तुम्हारी याद से जब भी वज़ू नहीं करता
अनुवाद
वज़ू = पवित्

This is a great आरजू पर शायरी.

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