अब सोचते हैं लाएँगे तुझ सा कहाँ से हम

SHARE

अब सोचते हैं लाएँगे तुझ सा कहाँ से हम
उठने को उठ तो आए तेरे आस्ताँ से हम

This is a great कहाँ हो तुम शायरी. If you like कहाँ हो शायरी then you will love this.

SHARE